दिवाली पर पटाखों की बिक्री बैन थी, लेकिन फिर भी पटाखों के शोर ने लोगों की नाक में दम कर रखा था. ऐसे में पटाखे जलाने में रूचि ना रखने वाले लोगों का कहना था कि पटाखों की बिक्री के साथ, इसे जलाने पर भी बैन कर देना चाहिए था. दीवाली के बाद ईपीसीए ने एक रिपोर्ट जारी की है. द इन्वाइरनमेंट पलूशन(प्रिवेंशन ऐंड कंट्रोल) अथॉरिटी(EPCA) ने मंगलवार को ऐसी 5 जगहों की पहचान की है. जहां बाकियों के मुकाबले प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा है.
इन 5 जगहों में दिल्ली के आनंद विहार, राजस्थान के भिवाडी, उत्तर प्रेदश के साहिबाबाद व नोएडा सेक्टर-125 और हरियाणा के फरीदाबाद शामिल हैं. सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को निर्देश दिया है कि इन जगहों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लॉन्ग टर्म प्लान तैयार करें. कोर्ट ने एक हफ्ते के भीतर इन योजनाओं की रिपोर्ट सौंपने को कहा है. एनसीआर का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 300 के आसपास है, जिसका सीधा-सा मतलब ये है कि इससे इन इलाकों में रहने वाले लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ेगा. इसके अलावा पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे लोगों की हालत और भी गंभीर हो सकती है.
आनंद विहार सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाका
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली के आनंद विहार सबसे प्रदूषित इलाका है. इसका कारण है यहां दूसरे राज्यों में जाने के लिए बस मिलती है, जिससे बसें बड़ी तादाद में यहां खड़ी रहती हैं. दिन भर धुआं, डिपो का कचरा और लोगों की आवाजाही से यहां हर तरह का प्रदूषण फैलता है. यहां पूरे दिन में लगभग 1800 बसें आती-जाती हैं. इनमें से आधी बसें यूपी रोड़वेज की होती हैं.
इस समस्या से निपटने के लिए टर्मिनल के बाहर एक पुलिस अधिकारी तैनात किया गया है. साथ ही उत्तर प्रदेश की बसों के लिए आनंद विहार बस टर्मिनल की दूसरी तरफ वाला टर्मिनल इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है…Next
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