सोचिए, आप गिर गए और आपका पैर टूट गया लेकिन आपके घरवाले आपको अस्पताल लेने के बजाय आपको किसी शॉपिंग मॉल में ले जाकर ब्रांडेड फुटवियर खरीदवाने लग जाए, तो आपको कैसा लगेगा? कुछ ऐसा ही मामला उस वक्त देखने में आया जब जेनेटिक कारणों से असामान्य रूप से जन्मे नवजात को सही इलाज देने के बजाय उस पर पैसों की बरसात की जाने लगी.
60 के दशक में शराबी कहे जाने वाले इस गांव को मिलने वाला है नायाब खिताब
दरअसल, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के खोराबार इलाके में उस वक्त खलबली मच गई, जब एक नवजात बच्चे को हनुमान जी का रूप मानकर, लोग उसकी पूजा करने लगे. इस बच्चे की शक्ल थोड़ी सूजी हुई थी और इसके पीछे एक पूंछ भी थी. बच्चे के घरवालों ने बच्चे को एक कपड़े पर लिटा दिया और पूजा का सामान बच्चे के सामने रख दिया. फिर देखते ही देखते लोगों ने बच्चे के सामने पैसे फेंकने शुरू कर दिए. अंधविश्वास लोगों के सिर पर इस कदर चढ़कर बोल रहा था कि उन्होंने बच्चे की कोई परवाह नहीं की.
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इस मामले कई लोगों का कहना है कि बच्चा मृत पैदा हुआ था, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि जन्म के बाद बच्चे की सांसें चल रही थी. बहरहाल, इस शर्मनाक घटना ने आधुनिक युग में रह रहे लोगों की संर्कीण मानसिकता की पोल खोलकर रख दी है. बच्चे का शव घंटों तक जमीन पर पड़ा रहा और आसपास के गांववाले उस पर पैसे फेंकते रहे. उत्तर प्रदेश में ये ऐसी पहली घटना नहीं है, जब किसी असामान्य रूप से जन्मे बच्चे को देवी-देवता मानकर पूजा जाने लगा हो. देश के कई ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में ऐसी अमानवीय घटनाएं सुनने को मिलती रहती हैं…Next
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