3 महीने पहले यानि कि अप्रैल में विक्टोरिया विलचर अपने दादा के घर गई थी. एक दिन तीन कुत्ते घर में घुस आए और उसे बुरी तरह जख्मी कर दिया, यहां तक कि उसका चेहरा तक काट खाया. इसकी दाईं आंख अपने सॉकेट से निकली हुई है, जबड़े टूटे हुए हैं, नाक और गाल भी बुरी तरह जख्मी हैं. वह अपना चेहरा दाईं ओर नहीं मोड़ सकती. अब तक वह कई तरह की सर्जरी से गुजर चुकी है और अभी उसे कई और से गुजरना हैं. वह बड़ी मुश्किल से कुछ भी खा पाती है.
3 साल की विक्टोरिया विलचर उस कहानी का हिस्सा है जिसमें इमोशंस हैं, संस्पेंस है और एक गुस्सा भी. आज के सुपर पॉवर सोशल मीडिया के कारण वह पूरी दुनिया के लिए एक जाना-पहचाना चेहरा बन गई है. कुछ के लिए यह बच्ची दया की पात्र है, कुछ इसके अच्छे भविष्य के लिए दुआएं कर रहे हैं लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो विक्टोरिया की पहचान बनने के पीछे के कारण की सच्चाई जानना चाहते हैं. क्या सचमुच ‘केएफसी’ ने विक्टोरिया को प्रताड़ित किया था?
Read More: पांच वर्ष की उम्र में मां बनने वाली लीना की रहस्यमय दास्तां
“क्या यह चेहरा आपको डराता है? पिछले सप्ताह जैक्सन, मिसीसिपी के एक केएफसी में वहां के कर्मचारियों ने इसे डरावना बताकर बाहर निकल जाने को कहा. मैं अब किसी भी केएफसी रेस्त्रां में नहीं जाऊंगी और इसकी शिकायत केएफसी के सीईओ से भी करूंगी.”
पिछले माह के अंतिम सप्ताह (26 जून) में फेसबुक पर ‘विक्टोरियाज विक्ट्रीज’ नाम के प्रोफाइल पर एक अपडेट आई जो ऊपर आपने पढ़ी, उस प्रोफाइल का यह पहला अपडेट था. 3 साल की विक्टोरिया को इस बारे में कुछ नहीं पता क्योंकि यह प्रोफाइल विक्टोरिया की दादी केली मुलिंस ने बनाई है.
केली के अनुसार उस दिन वह केएफसी गई थी और विक्टोरिया के लिए ‘मसले हुए आलू’ का ऑर्डर दिया था. रेस्टोरेंट के कर्मचारी ने उससे आकर कहा कि वह विक्टोरिया को लेकर वहां से निकल जाए क्योंकि उसका चेहरा दूसरे लोगों को डरा रहा है. केली के अनुसार वह इतना बुरा व्यवहार था कि इतनी छोटी विक्टोरिया को भी समझ आया कि उसके बारे में क्या कहा जा रहा है.
Read More: एक नवजात बच्चे को खाने की प्लेट में परोसा गया, जानिए एक हैरान करने वाली हकीकत
वह अब अपना चेहरा आइने में नहीं देखना चाहती, बाहर कहीं जाना नहीं चाहती, कहीं जाने पर कार से उतरना नहीं चाहती क्योंकि उसे लगने लगा है कि उसका चेहरा लोगों को डराता है. केली ने ‘विक्टोरियाज विक्ट्रीज’ नाम से फेसबुक पर प्रोफाइल बनाई और केएफसी के साथ विक्टोरिया और अपना यह बुरा अनुभव शेयर किया. फेसबुक पर लोगों ने विक्टोरिया के साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ सपोर्ट किया और ‘विक्टोरियाज विक्ट्रीज फेसबुक सपोर्ट पेज’ की 2000 शेयरिंग हुई. मिसिसिपी की मीडिया ने भी विक्टोरिया की इस खबर को प्रमुखता से उछाला.
लोगों ने आगे बढ़कर विक्टोरिया के इलाज के लिए आर्थिक मदद देने की पेशकश की और दी भी. विक्टोरिया की मदद के लिए ‘गो फंड मी’(GoFundMe) पेज पर 135 हजार डॉलर का अनुदान मिला है. केएफसी ने भी ‘विक्टोरिया विक्ट्रीज पेज’ के अपडेट्स पर इसके लिए माफी मांगी और उसके इलाज के लिए 30 हजार डॉलर का अनुदान देने की बात कही लेकिन उसके बाद से विक्टोरिया की यह कहानी संदेह के घेरे में आ गई है.
केएफसी ने माफी मांगते हुए अनुदान राशि की घोषणा के साथ इसकी जांच प्राइवेट जांच एजेंसी से कराने की बात कही. जिस दिन केएफसी ने इस जांच की बात की उसी दिन ‘विक्टोरियाज विक्ट्रीज पेज’ फेसबुक से डिलीट कर दिया गया. उसके अंतिम अपडेट में पेज शेयर कर विक्टोरिया की कहानी और मनोबल बढ़ाने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया गया है और यह भी कहा गया है कि केएफसी को उनकी बातों पर विश्वास नहीं है और सबूत चाहिए. भविष्य में विक्टोरिया को कई अन्य सर्जरी से गुजरना है और इसमें उसे सबके प्यार और सपोर्ट की जरूरत है इसलिए लोगों से उसके ठीक होने की प्रार्थना करने की बात कही गई है.
इससे कई लोग विक्टोरिया की केएफसी की कहानी को संदेह के घेरे में में बताते हैं. ऐसी अफवाह है विक्टोरिया की दादी ने यह झूठी कहानी बनाई है. इसके बाद विक्टोरिया के मदद के लिए ऑनलाइन फंड रेजिंग कैंपेन भी फिलहाल के लिए यह कहकर बंद कर दिया गया है कि जब तक सच्चाई सामने नहीं आ जाती यह अनुदान अब नहीं लिया जाएगा. इसके साथ ही साइट पर अनुदान देने वालों से शक की स्थिति में अपना अनुदान वापस लेने की भी पेशकश की है. हालांकि वेबसाइट के अनुसार अभी तक अपने पैसे वापस मांगने वालों की संख्या बहुत कम है.
Read More:
चार साल की उम्र में ड्रग और एल्कोहल! भरोसा नहीं तो इसे पढ़ें
यह जुड़वा बच्चों की ऐसी कहानी है जिसे सुनकर किसी के भी आंसू निकल जाएं
Read Comments