सोचिए..यदि आपके सामने कोई सुन्दर सी लड़की खड़ी हो और आपकी नजर गलती से उस लड़की के चेहरे पर अटक जाए तो ऐसे में आपकी आंखों को इसकी भारी सजा चुकानी पड़ सकती है! हो सकता है कि आपकी आंखों को फोड़ दिया जाए या आपके साथ कुछ ऐसा किया जाए जिससे कि उम्र भर आपकी आंखों के सामने अंधेरा छा जाए. हां, आप सही सुन रहे हैं, एक लड़की को गलत नजरों से देखने के लिए आपको अपनी आंखें भी गंवानी पड़ सकती हैं क्योंकि आंखों के कारण ही आपका ध्यान लड़की की तरफ खिंचा चला गया और यदि ऐसे में आपकी आंखों को सजा ना दी जाए तो आप जन्नत में प्रवेश नहीं कर सकते हैं. जन्नत तक पहुंचने के रास्ते की बाधा आपके शरीर के वो अंग बन सकते हैं जिनके द्वारा आपसे कोई गलती हुई.
यह तो महज एक कल्पना थी जो हमने आपसे चर्चा करने के लिए कही पर सच्चाई तो इससे कहीं ज्यादा भयानक है. सीरियन मुस्लिम्स का एक ग्रुप है जो यह दावा करता है कि उनके पास आए व्यक्ति को दंड नहीं दिया जाता है बल्कि दंड व्यक्ति के उस बॉडी पार्ट को दिया जाता है जिसके द्वारा व्यक्ति से गलती हुई. इससीरियन मुस्लिम ग्रुप के पास एक व्यक्ति आता है जिसके हाथ को सबके सामने काट दिया जाता है और यह दंड व्यक्ति स्वयं उनके समूह से मांगता है क्योंकि उस व्यक्ति का ऐसा मानना होता है कि उसके हाथ ने चोरी करने का पाप किया है और यदि उसके हाथ को नहीं काटा गया तो इस पापी हाथ के साथ उसे जन्नत कभी भी नसीब नहीं होगी. व्यक्ति के काटे गए हाथ की तस्वीरें ट्विटर एकाउंट पर ट्वीट कर दी गई थीं जिस कारण सीरियन मुस्लिमों के बड़े समूह वाले इस ‘@reyadiraq’ एकाउंट को ट्विटर द्वारा सस्पेंड कर दिया गया.
सीरियन मुस्लिम समूह के आगे व्यक्ति ने स्वयं अपने हाथों को काटने का दंड मांगा और बिना विचार किए समूह द्वारा उसे यह दंड दे दिया गया. इस मामले के बाद ट्विटर पर लोगों के जो कमेंट्स आए वो कुछ इस तरह थे:
‘यदि एक पल के लिए इस विचार को अपना लिया जाए कि पाप करने पर व्यक्ति को नहीं बल्कि व्यक्ति के शरीर के उस अंग को दंड देना चाहिए जिसके द्वारा पाप किया गया हो तो ऐसे में, उस समूह के हर उस सदस्य को अपने हाथ भी काट लेने चाहिए जिसके द्वारा एक मनुष्य होते हुए भी दूसरे मनुष्य का खून बहाया गया’.
‘इसी ग्रुप जैसे कुछ अन्य ग्रुप भी इसे अपराध नहीं बल्कि दूसरों को जन्नत तक पहुंचाने का माध्यम मानते हैं’.
‘दरअसल, कुछ ऐसे समूह हमेशा समाज में होते हैं जो अपने द्वारा बनाए गए नियमों को जिहाद हासिल करने या जन्नत तक पहुंचने का माध्यम बताते हैं. यह बात समझ से परे है कि हजारों से लेकर करोड़ो लोगों को मौत की नींद सुला देना कैसा जिहाद है और ऐसा कर्म करने से क्या खुदा वास्तव में व्यक्ति या समूह को जन्नत में प्रवेश करने की अनुमति देता है’ ?
‘आज के समय में सोशल साइट्स की पहुंच इस कदर फैल चुकी है कि इसके जरिए किसी भी विचारधारा को बहुत ही आसानी से फैलाया जा सकता है और सीरियन मुस्लिम जैसे समूह इसी बात का फायदा उठाते हैं’.
‘भयानक और हिंसा से परिपूर्ण यह कैसी तस्वीरें हैं जो इंसान को इंसान नहीं मानती हैं’.
नोट: इन तस्वीरों को देखने के बाद यदि आपकी भी कोई राय है तो हमें अपने कमेंट्स द्वारा जरूर बताएं.
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