मैम…..जरा सुनिए यह कोई ऐसी वैसी क्रीम नहीं है. एक बार इस्तेमाल करके तो देखिए…आपका चेहरा कुछ दिनों में काले से गोरा हो जाएगा और यदि नहीं हुआ तो पैसे वापस! इस वाक्य को सुनने के बाद कोई भी फीमेल थोड़ी देर के लिए ना ठहरे यह हो ही नहीं सकता है. ऐसा लगता है जैसे मार्केट में नियम बना दिया गया हो कि फीमेल का काम सिर्फ आकर्षक लगना है इसलिए टीवी पर भी दिखाई देने वाले ज्यादातर विज्ञापन फीमेल को टार्गेट करते हुए बनाए जाते हैं.
‘यह शैंम्पू आप के बालों को लंबा और घना बना देगा तो सोचिए मत जल्दी से इसका इस्तेमाल करना शुरू कीजिए’. केवल शैंम्पू से काम नहीं चलता तो फिर फीगर को आकर्षक बनाने के उपाय बताने लगते हैं. जैसे, कैसे एक फीमेल एक हफ्ते में अपनी बॉडी को फिट कर सकती है और कम समय में ही सेक्सी और आकर्षक लग सकती है. क्या मेल को शैंम्पू की जरूरत नहीं है ? क्या वो गंजेपन से ज्यादा प्यार करते हैं या फिर उन्हें फिट लगना अच्छा नही लगता है. मेल को भी फीमेल की तरह आकर्षक दिखने की इच्छा होती है पर मार्केट तो फीमेल से ही काम चला लेता है. इसलिए समाज में ऐसी भावनाएं बन गई हैं कि केवल फीमेल को आकर्षक लगने की कोशिश करनी चाहिए और यदि वो ऐसा नहीं कर पाई तो उसका जीवन ही व्यर्थ है.
मजेदार…अब आप ही बताएं ऐसे लोगों की सोच पर हंसने के अलावा कुछ और किया जा सकता है क्या? पर जरा ठहरिए! कुछ फीमेल्स ऐसे लोगों की सोच पर विचार करना शुरू कर देती हैं और अंत में जाकर अपने बॉडी पार्ट में बदलाव करना बेहतर समझती हैं.
उन्हीं में से एक हैं 19 वर्षीय लिंडा पेरेज. ब्रेस्ट ऑग्मेन्टेशन सर्जरी के दुष्प्रभाव को लिंडा पेरेज से बेहतर कोई और नहीं समझ सकता है. मियामी निवासी लिंडा पेरेज ने अगस्त 2013 में ब्रेस्ट को आकर्षक बनाने के लिए आग्मेन्टेशन सर्जरी करवाई जिसके कुछ ही घंटों बाद वह कोमा में चली गईं.
लिंडा भले ही कोमा से बाहर आ चुकी हैं लेकिन वह बिना किसी सहारे के चल भी नहीं पाती हैं. यहां तक कि कुछ बोल भी नहीं पाती हैं. लिंडा पेरेज का शरीर इस हद तक कमजोर हो चुका है कि उनमें अब जिंदगी जीने की इच्छा तक नहीं रही है. लिंडा पेरेज डिप्रेशन में जा चुकी हैं पर उसकी मां मरिला डिजाय को आज भी यकीन है कि उनकी बेटी लिंडा एक दिन अपनी जिंदगी को फिर से खुलकर जी पाएगी.
लिंडा पेरेज ने केवल अपनी बॉडी को आकर्षक दिखाने के लिए स्वयं अपनी जिंदगी को ऐसा बना दिया जहां उन्हें हर पल किसी और के सहारे की जरूरत होती है. अब एक ऐसे किस्से की बात करते हैं, जिसमें 17 वर्षीय लड़की लियानी हॉवेस अपनी बुरी किस्मत की शिकार हुई. बेहद ही सुन्दर दिखने वाली लियानी हॉवेस ने बिना किसी डॉक्टर की सलाह के कुछ ऐसी दवाइयां ले ली जिस कारण उसकी पूरी बॉडी पर एलर्जी हो गई और यह एलर्जी बॉडी पर होने वाली किसी अन्य एलर्जी की तरह नहीं थी. आकर्षक दिखने वाली लियानी की पूरी बॉडी पर ऐसे निशान बन गए जिसे देख किसी का भी दहल जाए. इस तस्वीर को जरा ध्यान से देखिए, यह 17 वर्षीय लियानी ही है जिसकी बॉडी किसी के आकर्षण का केंद्र नहीं बल्कि दया का पात्र बन चुकी है.
एक तरफ लिंडा पेरेज थी जिसने स्वयं अपने आपको दया का पात्र बनाया और दूसरी तरफ लियानी हॉवेस जो स्वयं दया का पात्र बन गई. फीमेल में आकर्षक दिखने की इच्छा इस कदर होती है कि वो जैसी है वैसा ही अपने आपको स्वीकार नहीं कर पाती हैं. ‘हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं’ इस जज्बे के साथ जीना बहुत कम फीमेल को ही आता है और ऐसी फीमेल की गिनती तो ना के समान ही है जो ‘आई एम दा बेस्ट’ को फॉलो करती हैं. डिक्शनरी में एक शब्द है ‘बिंदास’. इस शब्द को लड़कियों को अपनी लाइफ का पार्ट बना लेना चाहिए और जैसी हैं वैसे ही अपने आपको अपनाना चाहिए क्योंकि जब हम स्वयं अपने आपको अपनाते हैं तो दुनिया के लिए भी हमें बदलाव करने की जरूरत नहीं होती है.
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