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शायद स्टेरॉयड के खतरे से अंजान है युवा पीढ़ी!!

स्वस्थ रहना और अन्य लोगों से बेहतर दिखना आज के समय की मांग बन गई है. यह मांग ना सिर्फ युवाओं को प्रभावित कर रही है बल्कि सभी वर्ग के लोगों, फिर चाहे वे बुजुर्ग हों या बच्चे सभी की पहली प्राथमिकता बन गई है. पहले जहां जिम जाने का शौक सिर्फ युवाओं को हुआ करता था आज वहीं परिवार के वरिष्ठ सदस्यों को भी आप जिम में पसीना बहाते देख सकते हैं. इसके अलावा लोगों को शाम या सुबह के समय पार्क में दौड़ते-भागते और शारीरिक व्यायाम करते देखना भी एक सामान्य बात बन गई है.


आज के प्रतिस्पर्धा प्रधान युग में सबसे ज्यादा प्रभावी और आकर्षक दिखने के लिए लोग अपने शरीर को चुस्त दुरुस्त रखने की कोशिश करते हैं. लेकिन युवाओं का अपने शरीर को चुस्त रखने के पीछे सबसे बड़ा कारण दूसरे लोगों के बीच आकर्षक दिखना तो है ही साथ ही अपने पसंदीदा कलाकार और मॉडल की शारीरिक काठी भी उन्हें बहुत हद तक प्रभावित करती है. युवा मस्तिष्क अपरिपक्व होता है, यही वजह है कि जिन कलाकारों या सिलेब्रिटियों को वह अपना रोल मॉडल मानते हैं उनके जैसे कपड़े पहनना, सलीका अपनाना और बातें करना युवाओं को खूब भाता है. वह इसी को फैशन और आदर्श मानकर बिना सोचे-समझे इनका अनुसरण करने लगते हैं.


use of steroidहालांकि स्वस्थ रहने और अपने शरीर को फिट रखने में कोई बुरी बात नहीं है लेकिन ऐसी मानसिकता किस सीमा तक हो वे इस बात का आंकलन नहीं कर पाते. निरर्थक प्रतिस्पर्धात्मक मानसिकता से ग्रस्त युवक अपना अधिकांश समय भारी भरकम व्यायाम और कसरत में व्यतीत करते हैं. कभी-कभार उनके इस भारी-भरकम व्यायाम का प्रभाव नकारात्मक भी सिद्ध होता है. वहीं युवतियां भी अपनी पसंदीदा मॉडल जैसी काया पाने के लिए दिन-रात डायटिंग के विषय में ही सोचती रहती हैं. बिना किसी विशेषज्ञ सलाह के वह डायटिंग करना शुरू कर देती हैं, परिणामस्वरूप भले ही वह वजन कम करने जैसे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लें लेकिन भीतर से उनका शरीर बहुत ज्यादा कमजोर हो जाता है.


लेकिन बदलते समय के साथ-साथ अपने रोल मॉडल जैसी काया पाने के लिए युवा डायटिंग और कसरत जैसे जिन तरीकों को अपनाते आए हैं उनमें भी अब बहुत ज्यादा और गंभीर परिवर्तन आने लगा है. आमतौर पर माना जाता है कि युवाओं में धैर्य की बहुत कमी होती है. जब वे अपने छोटे से छोटे उद्देश्यों को पाने के लिए भी शॉर्टकट में विश्वास करते हैं तो ऐसे में एक आकर्षक काठी पाने के लिए, जो अब उनकी पहली प्राथमिकता बन गई है, वह ज्यादा इंतजार कैसे कर सकते हैं. डायटिंग और कसरत को अपना प्रभाव दिखाने में समय लगता है और समय की बर्बादी युवाओं को पसंद नहीं आ रही है.

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एक नए अध्ययन के अनुसार हमारी युवा पीढ़ी जल्द से जल्द एक आकर्षक फिगर पाने के लिए इतनी ज्यादा उत्सुक है कि अब उसे पाने के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती है. यही वजह हैं अब वह सिलेब्रिटी लुक पाने के लिए स्टेरॉयड जैसे अप्राकृतिक और हानिकारक दवा के सेवन के सेवन में दिलचस्पी लेने लगी है.


वायएमसीए के 810 छात्रों पर हुए इस अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अब युवाओं के लिए स्टेरॉयड जैसी प्रतिबंधित और हानिकारक दवा का सेवन करना एक सामान्य बात है. या तो वे इसका सेवन पहले ही कर रहे हैं या फिर करने की इच्छा रखते हैं. इस शोध में शामिल हर दस में से एक युवक ने यह बात स्वीकार की है कि फिल्मी हीरो की तरह दिखने और मजबूत काठी पाने के लिए वह स्टेरॉयड का सेवन करता है. इसी तरह हर आठ में से एक युवती छरहरी काया पाने के लिए स्टेरॉयड का सेवन करने के लिए बेचैन है.


हालात अब इतने ज्यादा चिंतनीय बन चुके हैं कि युवा आकर्षक काया पाने जैसे अपने सबसे प्रमुख उद्देश्य को हासिल करने के लिए सर्जरी करवाने के लिए आतुर हैं. वह बस किसी भी तरह चुस्त और बेहद आकर्षक दिखना चाहते हैं.


यह स्टडी भले ही एक विशिष्ट संस्थान के छात्रों पर आधारित हो लेकिन हम इस बात से इंकार नहीं सकते कि आज फिल्म स्टार जैसी बॉडी पाने के लिए वह कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं. बात अब डायटिंग और कसरत से बहुत आगे बढ़ गई है. स्टेरॉयड का सेवन स्वयं एक बहुत चिंताजनक तथ्य है. यह दवा भले ही प्रभावी हो लेकिन वैज्ञानिक तौर पर यह भी प्रमाणित किया जा चुका है कि आगे चलकर यह गुर्दे और मस्तिष्क की क्रियाओं को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है. मोटापे से बचने के लिए लोग भले ही स्टेरॉयड का उपयोग करते हों लेकिन इसके उपयोग से शरीर को पहुंचने वाला नुकसान मोटापे से होने वाले नुकसान से कहीं ज्यादा गंभीर और घातक हो सकता है.


एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ मस्तिष्क वास करता है, लेकिन उस स्वास्थ्य की सीमा और औचित्य क्या है यह बात युवाओं को समझनी होगी. हानिकारक दवाओं के सेवन या सर्जरी करवा आप अपने उद्देश्यों को प्राप्त जरूर कर सकते हैं पर उस आकर्षण की सीमा बहुत ज्यादा लंबी नहीं हो सकती. वनज नियंत्रित रखना और अच्छा दिखना स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत जरूरी और प्रभावी है लेकिन इसके लिए अपनाए जाने वाले साधनों का भी स्वस्थ होना अनिवार्य है. कॅरियर हो या शारीरिक आकर्षण, शॉर्टकट लेने के परिणाम दूरगामी दृष्टि से कभी भी प्रभावी या उपयोगी सिद्ध नहीं हो सकते.

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