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भारत में फ्लर्टिंग संस्कृति का असर !!

भारतीय समाज में अभी भी फ्लर्टिंग को उस प्रकार से मान्यता नहीं मिली है जैसा कि विदेशी संस्कृति में है. स्वयं स्त्रियां फ्लर्टिंग से बचती हैं और प्यार के सही अहसास को जीना चाहती हैं जो उन्हें फ्लर्टिंग में नहीं मिल सकती. भले ही आधुनिक जमाने की रवायतों ने दस्तूर बदली हो लेकिन मेट्रो शहरों तक में प्रतिबद्ध और समर्पित जोड़ियों का दिखना भारतीय संस्कृति और उसके महत्व व मजबूती को ज्यादा स्पष्ट ढंग से दर्शाता है.


flirtingऐसा माना जाता है कि विश्व में जो भी घटना-दुर्घटना होती है उसके पीछे महिलाओं का हाथ होता है. पुरुष आपस में महिलाओं के लिए किसी न किसी वजह से लड़ते हुए नजर आ सकते हैं. पुरुष महिलाओं को पाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाते हैं. पुरुषों द्वारा महिलाओं के हुस्न की तारीफ करते हुए आपने सुना होगा. लेकिन आपने कभी सुना है कि किसी महिला ने किसी पुरुष की तारीफ की हो? हाल ही में हुए एक शोध में वैज्ञानिकों ने माना है कि फ्लर्ट करने के मामलों में महिलाएं पुरुषों से पीछे नहीं हैं.


इसमें पुरुषों को अचंभित होने की बात नहीं है और ऐसा कई पीढ़ियों से चला आ रहा है. भारत के इतिहास में कुछ ऐसी महिलाएं भी रही हैं जिन्होंने अपने हुस्न के जादू के साथ ही साथ पुरुषों की ताकत और शासन करने की नीति की तारीफ कर कई बड़े-बड़े महाराजाओं को अपने जाल में फंसाया है. नूरजहां की मां अकबर के पुत्र सलीम को फंसाने के लिए नूरजहां को अकबर के दरबार में ले जाती थीं. तब शायद दौलत के लिए इस तरीके का इस्तेमाल किया जाता था. इस तरीके के को आजमाने के इतिहास में कई उदाहरण मिल सकते हैं.


महिलाओं द्वारा फ्लर्ट करना एक धंधा सा बन गया है. आए दिन हम किसी न किसी के फ्लर्ट करने की खबरें सुन ही लेते हैं. पुरुष को प्यार में धोखा मिलना एक आम बात हो चली है. महिलाएं, पुरुषों के साथ कई दिनों तक प्रेम-प्रसंग में बनी रहती हैं लेकिन अंत में धोखा देकर उनसे छुटकारा पा लेती हैं. लेकिन इस तरीके का फ्लर्ट महिलाओं के लिए घातक सिद्ध हो सकता है. प्यार में धोखा खाया हुआ पुरुष उसकी जान भी ले सकता है.


वर्तमान समय में महिलाएं अपने भविष्य को लेकर काफी सोचती हैं उनको लगता है कि बिना सफलता के वह अपने आप को साबित नहीं कर सकतीं इसलिए अधिकतर देखा गया है कि महिलाए फ्लर्टिंग करने के लिए अपने बॉस या फिर किसी सफल व्यक्ति को चुनती हैं. बॉस के साथ फ्लर्टिंग करके सेलरी में बढ़ोत्तरी करा लेती हैं. सफल व्यक्ति के साथ फ्लर्टिंग करके गाने या अभिनय का मौका पा लेती हैं. आज की युवा पीढ़ी बॉलीवुड और हॉलीवुड के कलाकारों के नक्शे कदम पर चल रही है जहां पर फ्लर्टिंग बहुत ही बड़ी संख्या में होती है.


आज के समय में फ्लर्टिंग करने का दायरा काफी बढ़ चुका है. फेसबुक, ट्विटर और याहू जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स के द्वारा कुछ लोग फ्लर्ट कर रहे हैं. इन सोशल नेटवर्किंग साइटों के द्वारा फ्लर्टिंग करना एक आम धारणा बनती जा रही है. लेकिन कुछ इसमें पास होते हैं तो कुछ फेल. सफलता कुछ ही लोगों को मिलती है. ऐसे फ्लर्टिंग के मामले में एथेंस सबसे आगे है. हाल में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार एथेंस प्यार की पींगे बढ़ाने (फ्लर्ट) के मामले में दुनिया में सबसे आगे है. इस सूची में मॉस्को दूसरे स्थान पर है. सुकरात, प्लेटो और अरस्तू जैसे महान दार्शनिकों के शहर एथेंस में एक व्यक्ति लगभग 25 बार ऑनलाइन फ्लर्ट करता है.


लेकिन भारतीय समाज में अभी भी फ्लर्टिंग को उस प्रकार से मान्यता नहीं मिली है जैसा कि विदेशी संस्कृति में है. स्वयं स्त्रियां फ्लर्टिंग से बचती हैं और प्यार के सही अहसास को जीना चाहती हैं जो उन्हें फ्लर्टिंग में नहीं मिल सकती. भले ही आधुनिक जमाने की रवायतों ने दस्तूर बदली हो लेकिन मेट्रो शहरों तक में प्रतिबद्ध और समर्पित जोड़ियों का दिखना भारतीय संस्कृति और उसके महत्व व मजबूती को ज्यादा स्पष्ट ढंग से दर्शाता है.


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